भाईदूज मनाने का ठीक समय क्या है ?
कार्तिक पंचपर्व विशेष दिनों की एक श्रृंखला है, और यह भाई दूज के साथ समाप्त होगी। भाई दूज पर बहनें अपने भाई के माथे पर एक खास टीका लगाती हैं। वे अपने हाथों पर एक रंगीन धागा भी बांधते हैं और उस दिन खाना नहीं खाते हैं, यह आशा करते हुए कि उनके भाई का जीवन सुखी और स्वस्थ होगा।
भाईदूज मनाने का उपयुक्त समय : इस बार भाई दूज पर अपने भाई के माथे पर विशेष टीका लगाने के दो अच्छे मौके हैं। पहला शुभ समय सुबह 6 बजकर 44 मिनट से 9 बजकर 24 मिनट तक है। दूसरा शुभ समय सुबह 10.40 से दोपहर 12 बजे तक है। उसके बाद, राहुकाल लग जायेगा
भाईदूज को मानने काक सही तरीका: भाईदूज मनाने के आपको सबसे पहले प्रातकाल उठकर घर की साफ़ सफाई करनी चाहिए और जहाँ पर पूजन किया जायेगा वहां पर साफ़ सफाई करके चन्दन के तेल का छिडकाव करना चाहिए ताकि उस जगह पर शुद्दता बनी रहे और संग ही आपको व्रत हेतु खाने पीने की चीजो से दुरी बनानी चाहिए
अपने भाई के खास समारोह के लिए थाली सजाएं. लाल पाउडर, एक विशेष लाल पेस्ट, अच्छी महक वाली लकड़ी, रंगीन फल, सुंदर फूल, स्वादिष्ट व्यंजन और विशेष मेवे जैसी चीज़ों का उपयोग करें।
और अच्छी तरीके से रीति रिवाज के द्वारा ही भाईदूज मनानी चाहिए ।